You will be redirected to my new site in

seconds
If Redirect Dosen't Work Click Here

Saturday, January 26, 2019

स्वाइन फ्लू: न डरें न डराएं / संक्रमण से बचाव ही उचित उपाय डॉ लाल थदानी उप मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी (स्वा.)

स्वाइन फ्लू: न डरें न डराएं /
संक्रमण से बचाव ही उचित उपाय
डॉ लाल थदानी
उप मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी (स्वा.)

स्वाइन फ्लू- H1N1  एक वायरल बुखार है जो वायरस से फैलता है।  यदि आपको सर्दी, खांसी और बुखार हो और यह 2-3 दिनों में ठीक न हो, तो नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र अथवा अधिकृत चिकित्सक से H1N1 की जांच कराएं। स्वाइन फ्लू के मामलों में मौसम में अचानक परिवर्तन विशेष रूप से बारिश की वजह से स्वाइन फ्लू का वायरस और घातक हो जाता है। वातावरण में नमी बढ़ने के साथ भी यह तेजी से फैलने लगता है। भारत में घटनायें 2009, 2010, 2012 और 2013 में 2015, 2017 में सबसे ज्यादा रही हैं ।

क्या है स्वाइन फ्लू के लक्षण?
स्वाइन फ्लू के लक्षण भी सामान्य / मौसमी एन्फ्लूएंजा के लक्षणों की तरह ही होते हैं।
नाक का लगातार बहना,
छींक आना,
हल्का बुखार
ठंड लगना,
कमजोरी ,
भूख न लगना
कफ, कोल्ड और लगातार सूखी खांसी
गले में खराश का लगातार बढ़ते जाना
मांसपेशियों में दर्द या अकडऩ
सिर में भयानक दर्द
नींद न आना, ज्यादा थकान
दवा खाने पर भी बुखार का लगातार बढऩा
कुछ लोगों को उल्टी और दस्त भी हो सकती है

गंभीर संक्रमण का खतरा :
विशेष सावधानी
बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को
डायबिटीज , ब्लड प्रेशर , हृदय अथवा अन्य गंभीर रोग ,

न डरें न डराएं : ऐसे करें बचाव :
1: दूरी बनाकर रखें
किसीकिसी व्यक्ति में स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखें तो स्वयं भीड़ से बचना चाहिए ।
उससे कम से कम 3 फीट की दूरी बनाए रखें। स्वाइन फ्लू का मरीज जिस चीज का इस्तेमाल करे, उसे भी नहीं छूना चाहिए।
बहुत जरूरत पड़ने पर मास्क का या साफ कपड़ा प्रयोग करें ।
बच्चों में इंफ्लेन्ज़ा लक्षण पाए जाने पर अभिभावक उसे स्कूल न भेजें ।

2. गले न मिलें:
अगर किसी में स्वाइन फ्लू के लक्षण दिखें तो उससे हाथ मिलाने और गले मिलने से बचना चाहिए।

3. हाथ साबुन से धोएं :
अपने हाथों को हमेशा साबुन और पानी से करीब 20 सेकंड तक अच्छी तरह से धोएं। ये कई तरह के सामान्य संक्रमणों को रोकने के लिए सबसे बढ़िया उपाय है ।

4. टीका लगवाएं:
इंफ्लेन्ज़ा का टीका लगवाएं। 
H1N1H1N1 संक्रमण से बचाव के लिए यह सबसे बढ़िया रास्ता है।
स्वाइन फ्लू से बचाव इसे नियंत्रित करने का सबसे प्रभावी उपाय है।
इसका उपचार भी अब मौजूद है।
आराम, खूब पानी पीना, शरीर में पानी की कमी न होने देना
शुरुआत में पैरासीटामॉल जैसी दवाएं बुखार कम करने के लिए दी जाती हैं।
बीमारी के बढऩे पर एंटी वायरल दवा ओसेल्टामिविर (टैमी फ्लू) और जानामीविर (रेलेंजा) जैसी दवाओं से स्वाइन फ्लू का इलाज किया जाता है।
डॅाक्टरी परामर्श के बाद ही दवा का सेवन करें।
स्वाइन फ्लू से पहले और बाद में अगर आप सावधानी रखेंगे तो इस बीमारी से बचा जा सकता है. अगर इस बीमारी के लक्षण दिखाई दें तो घबराएं नहीं क्योंकि इसका इलाज संभव है.

क्‍या करें:
यह एक संक्रमण बीमारी है जो इंसान से इंसान को लगती है. जब कोई स्वाइन फ्लू का मरीज छींकता है तो उसके आसपास 3 फीट की दूरी तक खड़े व्यक्तियों के शरीर में इस फ्लू का वायरस प्रवेश कर जाता है. अतः आप मरीज से कम से कम 6 फीट की दूरी बना कर रखें.

यदि कोई व्यक्ति अपने छींकते समय मुंह और नाक को हाथ से ढक लेता है तो फिर यदि वह जहां कहीं भी उस हाथ को लगाता है (दरवाजे, खिड़कियां, मेज, कीबोर्ड इत्यादि) वहां यह वायरस चिपक जाता है और फिर वहां से किसी अन्य व्यक्ति के हाथों पर लगकर शरीर में दाखिल हो जाता है.

आप इन निम्‍नलिखित बातों का ध्‍यान रख कर फ्लू को खुद से दूर रख सकते हैं:
1. छींकते समय टिश्यू पेपर से मुंह, नाक को ढकें और फिर उस पेपर को फौरन सावधानी से कचरे के डिब्बे में डाल दें.
2. अपने हाथों को लगातार साबुन से धोते रहें अपने घर, ऑफिस के दरवाजों के हैंडल, की-बोर्ड, मेज आदि साफ करते रहें यदि आपको जुकाम के लक्षण दिखाई दें तो घर से बाहर और दूसरों के नजदीक ना जाएं.
3. यदि आपको बुखार आई हो तो उसके ठीक होने के 24 घंटे बाद तक घर पर रहें. 
4. लगातार पानी पीते रहें ताकि डिहाइड्रेशन ना हो.
5. घर से बाहर निकल रहे हों तो फेसमास्क पहनकर ही निकलने की कोशिश करें.

स्वाइन फ्लू की आशंका होने पर क्या करें? 
अपनी तबीयत पर गौर करें और यदि आपको बुखार लग रही हो, खांसी आ रही हो, गले में जलन हो रहा हो और सांस लेने में तकलीफ हो रही हो तो तत्काल अपने शहर के नजदीकी अस्पताल में जाकर इसकी जांच करवाएं.

स्‍वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू के लक्षण वैसे तो तो सामान्य जुकाम जैसे ही होते हैं.
1. इस दौरान 100.4°F तक की बुखार आती है.
2. भूख कम हो जाती है और नाक से पानी बहता है.
3. कुछ लोगों को गले में जलन, उल्टी और डायरिया भी हो जाता है.
जिस किसी को भी स्वाइन फ्लू होता है उसमें उपरोक्त लक्षण जरूर दिखाई देते हैं.

फ्लू और सामान्य सर्दी में भेद कैसे करें? 
जब सामान्य सर्दी लगती है तो वह जल्द ही ठीक भी हो जाती है लेकिन फ्लू होने पर वह जल्दी ठीक नहीं होता और उसका प्रभाव अधिक घातक होता है. शरीर में कमजोरी आ जाती है, भूख नहीं लगती और बुखार आती-जाती रहती है. सरदर्द होता है और गले में जलन भी।

हर समय इन सावधानियों का पालन करें :
1. भीड़ भाड़ वाले सार्वजनिक जगहों पर न जाएं.
2. बिना मास्‍क पहने अस्‍पताल में दाखिल न हों.
3. अनजान लोगों से हाथ मिलाने और गले मिलने से बचें.
4. खुली जगहों पर ना थूकें.
5. खांसने, छींकने या नाक साफ करने के बाद आंख, नाक और मुंह पर हाथ कतई न लगाएं. शरीर के ये हिस्से सबसे जल्दी फ्लू की चपेट में आते हैं.
6.जब खाँसी या छींक आये, तो अपने मुंह और नाक को एक टिश्यू या रुमाल से ढक लें ।
7. इस्तेमाल किये टिश्यू का तुरंत और सावधानी के साथ निपटारा करें। उन्हें एक बैग में डाल कर फिर पात्र में फेंकें
8. बार-बार साबुन और पानी से अपने हाथ धोयें
9.स्वच्छ कठोर सतहों  को नियमित साफ़ रखें । उदाहरण के लिए
•  दरवाज़े के हैंडल्स और स्विच
• नल और टॉयलेट फ्लश के हैंडल
• किचन वर्कटॉप्स
• टेलीफोन रिसीवर्स
• कंप्यूटर कीबोर्ड्स
• सुनिश्चित करें कि बच्चे इस सलाह का पालन करें

Action Plan
District Administration
Nodal Officer
DyCmho Health MD Psm
Vetenary
Nigam
Medical and Health
Early Diagnosis Prompt Treatment
Iec : Fm radio, cinema slides
Daily Door to Door Survey with Anm & Asha intern Drs Nursing Students supervised by MO .
Blood slide collection .

Give Temiflu before referring
B category
इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) लोगों के बीच कैसे फैलता है?
यह नया इन्फ्लूएंजा वायरस मौसमी फ्लू के सामान ही फैलता हैं; छोटी बूंदों के रूप में, एक संक्रमित व्यक्ति की नाक और मुंह से, जब वो बात करते हैं खांसते या छींकते हैं। लोग संक्रमित हो सकते हैं । अगर वो इन बूंदों को साँस में लेते हैं और वो किसी व्यक्ति या ऐसी चीज़ को छूते हैं जो कि वायरस से दूषित है (उदाहरण के लिए एक प्रयोग किया ऊतक या दरवाज़े के हैंडल) और फिर अपनी आँख और नाक को छूते हैं।अगर वे इन बूंदों को साँस लोगों को संक्रमित हो सकता है या फिर उनकी नाक या आंखों को छूने अगर वे किसी को या कुछ है कि वायरस से दूषित है (उदाहरण के लिए एक प्रयोग किया ऊतक या दरवाज़े के हैंडल) को छूने से ।

क्या इन्फ्लूएंजा ए (H1N1) से लोगों की रक्षा करने के लिए कोई टीका है ?

सीजनल फ्लू शॉट से दो या तीन तरह के इन्फ्लूएंजा वायरस, जिसमें H1N1 वायरस भी शामिल है, के खिलाफ रक्षा में मदद मिलेगी। टीका एक इंजेक्शन या एक नाक स्प्रे के रूप में उपलब्ध है। उसके लिए अपने चिकित्सक से परामर्श करें।

क्या उपचार उपलब्ध है?
कुछ एंटीवायरल दवायें, जैसे कि टैमीफ्लू आपके जीपी के पास उपलब्ध हैं। इससे रोग घटती है और जटिलताओं का खतरा कम होता है। इन दवाओं दुष्प्रभाव का कारण है और इसलिए अपने जीपी केवल उन्हें सुझाएगा यदि लाभ जोखिम पल्ला झुकना नहीं, सभी के लिए उपयुक्त हो सकता है।

www.drlalthadani.in
Please Download n
Share My App
Live Healthy (Dr.Lal)
8005529714
drlal2010@gmail.com

Sunday, January 6, 2019

सुनहले पल /अल्फ़ाज़/डॉ लाल थदानी

सुनहले पल /अल्फ़ाज़/डॉ लाल थदानी

बड़े दिलचस्प है गुजरे हुए वो पल
तेरी यादों के सिलसिले और सुनहले पल ।

भरी दोपहरी हो या हो सर्द रातें
कभी पल, कभी पल-पल, कभी हर पल...

कहने को बहुत है मगर लब खामोश
इस खामोशी में भी  तेरी  बातें हर पल
तुझ में मैं, मुझ में तू तुमसे, तुम पर ही
मेरी दुनिया पल पल हर पल...

अल्फ़ाज़
डॉ लाल थदानी
www.drlalthadani.in
Please Download n
Share My App
Live Healthy (Dr.Lal)
8005529714