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Friday, October 11, 2024

सुर ताल संगीत की लय/ डॉ लाल थदानी

कहीं दूर से पायल की 
छम छम आवाज़ आई 
सुर ने संगीत से कहा 
ताल संभालने मैं आई
कहती रही चिंता मत करो 
तुम हवा मैं पुरवाई
यहां जान पर बन आई 
झंकार दी नहीं सुनाई 
सुर ताल गीत सरगम 
बिन अभ्यास मत छेड़ो भाई 
न अध्यात्म मिला उसे 
और न योग  साधना पाई 
सुर बेसुर तान छेड़ी 
जिसे जैसी  समझ आई
न सुरों का संजोग बना 
न वो सरगम नज़र आई

डॉ लाल थदानी 
#अल्फ़ाज़_दिलसे
10.10.2024
8005529714

Sunday, June 30, 2024

जन्म दिन की बधाई / डॉ लाल थदानी

*डॉ दीपा थदानी/ सहचरिणी* 

मेरी पत्नी तुम अंकगामिनी मेरा पहला प्यार 
चंद लफ्ज़ों में लोगों की तरह कैसे करूं इजहार 
सुबह का मुस्कुराता झरना हो तुम  ठंडी बयार
मेरे गीतों की सरगम, सुर ताल मेरा पूरा संसार 
तुमसे हर दिन उज्जवल रात रोशन तुम सदाबहार
मेरी हर मुश्किल हुई आसान की उमंग से पार 
तुम हवा मेरी सांस हो धड़कन खुशनुमा बहार 
निराकार मेरा जीवन निरंकुश तूने दिया आकार

डॉ लाल थदानी 
#अल्फ़ाज़_दिलसे
01.07.2024

Tuesday, January 16, 2024

*Hug your dreams* / Dr Lal Thadani

*Hug your dreams* 
                         
Live and Love Life 
Do Miracles 
whatever is situation 
Even in adverse 
Do the things you think you cannot
You are born for new beginnings. 
Never repent, never cry ...
Whatever wrong, or right in your life
Every day is a new beginning. 
God has given us opportunities to do
Something new and fresh
Hug yourself , 
Hug your dreams,
You are special,
You are wonder,
Live And Love Life By Lal

Dr Lal Thadani      
8005529714

Sunday, January 14, 2024

*संगीतकार चित्रगुप्त श्रीवास्तव* : एक उम्दा संगीतकार *डॉ लाल थदानी संस्थापक मुख्य संरक्षक IIMLS* 8005529714

*संगीतकार चित्रगुप्त श्रीवास्तव* : एक उम्दा संगीतकार 
*डॉ लाल थदानी संस्थापक मुख्य संरक्षक IIMLS*
8005529714
*उनके मेरे 21 पसंदीदा गाने हैं* :--

1).रंग दिल की धड़कन भी लाती तो होगी 
याद उनको मेरी भी आती तो होगी
2) चाँद जाने कहाँ खो गया
3) कोई बता दे दिल है जहाँ
4) तुम्हीं हो माता पिता तुम्हीं हो
5) छेड़ो ना मेरी जुल्फे सब लोग क्या कहेंगे
6) चली उड़ी रे पतंग
7) चल उड़ जा रे पंछी
8) छुपाकर मेरी आँखों को वो पूछे कौन हैं जी हम
9) कारे कारे बदरियाँ
10) जमाने से कहो अकेले नहीं हम
11) वक्त ने किया क्या हसीं सितम .........
12)मुझे दर्द ए दिल का पता ना था ...........
13)धीरे-धीरे मचल ए दिल ए बेकरार कोई आता है ...........
14). आ जा रे मेरे प्यार के राही, राह निहारूं बड़ी देर से,
फिल्म - ऊँचे लोग  -/  फिरोज़ खान और के.आर. विजया
15). अजनबी से बनके, करो ना किनारा,
फिल्म- एक राज़- कलाकार - किशोर कुमार और जमुना
16).. छेड़ो ना मेरी जुल्फें, सब लोग क्या कहेंगे
17) दिल का दिया जला के गया,ये कौन मेरी तनहाई में,
फिल्म - आकाशदीप - कलाकार - निम्मी और धर्मेंद्र
18). मिलें तो फिर झुके नहीं,नज़र वही प्यार की,
फिल्म - प्यार का सपना  - / बिस्वजीत और माला सिन्हा
19). . तेरी शोख नज़र का इशारा,मेरी वीरान रातों का तारा
फिल्म – पतंग / राजेंद्र कुमार और माला सिन्हा
20). लागी छूटे ना अब तो सनम,चाहे जाए जिया, तेरी कसम,
फिल्म- काली टोपी लाल रुमाल / चंद्रशेखर और शकीला
21).चांद जाने कहां खो गया,तुमको चेहरे से परदा हटाना न
फिल्म- मैं चुप रहूंगी / सुनील दत्त और मीना कुमारी

Saturday, January 13, 2024

*Kaifi Azmi: Happy Birthday/ Dr Lal Thadani*

*Kaifi Azmi Great Poet, writer and Lyricist*. 
As writer was Chetan Anand's Heer Raanjha (1970) wherein the entire dialogue of the film was in verse. It was a tremendous achievement and one of the greatest feats of Hindi film writing. Azmi also won great critical accolades for the script, dialogues and lyrics of M.S. Sathyu's Garam Hawa (1973), based on a story by Ismat Chughtai. Azmi also wrote the dialogues for Shyam Benegal's Manthan (1976) and Sathyu's Kanneshwara Rama (1977). As a lyricist and songwriter, though he wrote for numerous films, he will always be remembered for Guru Dutt's Kaagaz Ke Phool (1959) and Chetan Anand's Haqeeqat (1964), India's greatest war film. Some notables films for which he wrote lyrics include Kohra (1964), Anupama (1966), Uski Kahani (1966), Saat Hindustani (1969), Shola Aur ShabnamParwana (1971), Bawarchi (1972), Pakeezah (1972), Hanste Zakhm (1973), Arth (1982) and Razia Sultan (1983). For Naunihal (1967), he wrote the song "Meri Aawaz Suno Pyar ka Raaz Suno" (Hear my voice, hear the secret of love) sung by Mohammad Rafi. The song is picturised over the funeral procession of Prime Minister of India, Jawahar Lal Nehru

*शक्ति सामंत और फिल्मी राम /जन्म दिन की बधाई* : *डॉ लाल थदानी* 8005529714

*शक्ति सामंत(13 जनवरी 1926-9 अप्रैल 2009)
एक भारतीय फिल्म निर्देशक और निर्माता थे*
*निर्देशक के रूप में*

गीतांजलि (1993) , दुश्मन (1990) , आखिरी बाजी (1989)
आरपार (1985) , अलग-अलग (1985) , आवाज (1984)
अय्याश (1982), बरसात की एक रात (1981), ख्‍वाब (1980)
द ग्रेट गैम्बलर (1979), अनुरोध (1977),आनंद आश्रम (1977)
मेहबूबा (1976) , अमानुष (1975), अजनबी (1974), चरित्रहीन (1974) , अमर प्रेम (1972) , अनुराग (1972)
कटी पतंग (1971) , जाने अनजाने (1971), पगला कहीं का (1970), आराधना (1969) , एन इवनिंग इन पेरिस (1967)
सावन की घटा (1966), कश्मीर की कली (1964), एक राज (1963) , चायना टाउन (1962) , नॉटी बॉय (1962)
इसी का नाम दुनिया है (1962), सिंगापुर (1960), जाली नोट (1960), इंसान जाग उठा (1959) , डिटेक्टिव (1958)
हावड़ा ब्रिज (1958), हिल स्टेशन (1957), शेरू (1957)
इंस्पेक्टर (1956), बहू (1955)

*निर्माता के रूप में*
डॉन मुथुस्वामी (2008), आँखों में तुम हो (1997), अहंकार (1995) , गीतांजलि (1993) , दुश्मन (1990)
पाले खाँ (1986), आरपार (1985), आवाज (1984)
मैं आवारा हूँ (1983), आमने-सामने (1982), अय्याश (1982)
बरसात की एक रात (1981), ख्‍वाब (1980), आनंद आश्रम (1977), बालिका बधु (1976), अमानुष (1975)
अमर प्रेम (1972), अनुराग (1972) ,जाने अनजाने (1971)
कटी पतंग (1971) , आराधना (1969), एन इवनिंग इन पेरिस (1967), सावन की घटा (1966), कश्मीर की कली (1964)
चायना टाउन (1962), इंसान जाग उठा (1959)

*अरुण गोविल  (12 जनवरी 1958)* 

रामायण टीवी श्रृंखला (1987-1988) में भगवान राम
पहेली (1977), सावन को आने दो (1979), सांच को आंच नहीं (1979), जियो तो ऐसे जियो (1981), हिम्मतवाला (1983),
दिलवाला (1986) गोविंदा गोविंदा (1994)

 

Friday, January 12, 2024

नासिर हुसैन : लोकप्रिय अभिनेता और निर्देशक / डॉ लाल थदानी इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसाइटी

नासिर हुसैन : लोकप्रिय अभिनेता और निर्देशक
जन्म 16 नवंबर , 1926 भोपाल, 
मार्च 19 , 2002 · मुंबई, महाराष्ट्र, 

नवीनतम फिल्मों में नासिर हुसैन द्वारा अभिनीत फिल्में 
शामिल हैं: वे हैं परिणीता, परख, चंदन का अनुयायी, 
मुस्कान और शर्मीली । 
नासिर हुसैन द्वारा निर्देशित नवीनतम फिल्में हैं - 
फिर देखा दिल लाया हूं, दिल देके देखो, तुम्हें नहीं देखा और प्यार का मौसम, यादों की बारात (1973) और हम किसी से कम नहीं (1977) में    ज़माने को दिखाना है (1981) का निर्देशन किया ।  उन्होंने अपनी अगली फिल्म मंजिल मंजिल (1984) का निर्देशन किया  फिल्म ज़बरदस्त (1985) थी , जो उनकी आखिरी निर्देशित फिल्म साबित हुई। इसके बाद उन्होंने कयामत से कयामत तक (1988) का निर्देशन करने की बागडोर अपने बेटे मंसूर खान को सौंप दी , जिसमें उनके भतीजे आमिर खान ने अभिनय किया , जो एक बड़ी हिट बन गई। चूंकि नासिर ने पटकथा लिखी थी, इसलिए उन्होंने फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ पटकथा पुरस्कार जीता। वह मंसूर के निर्देशन में बनी फिल्म जो जीता वही सिकंदर (1992) के निर्माण के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार जीतेंगे , जिसमें उनके भतीजे आमिर खान ने भी अभिनय किया था। उनकी लिखी अंतिम फ़िल्म अकेले हम अकेले तुम (1995)